प्रदूषण के खिलाफ जीरो टॉलरेंस, कूड़ा जलाने पर 5,000 रुपये का दंड
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व वाली दिल्ली की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार ने बढ़ते वायु प्रदूषण को देखते हुए रविवार को सख्त कदम उठाए हैं।

नई दिल्ली. मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व वाली दिल्ली की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार ने बढ़ते वायु प्रदूषण को देखते हुए रविवार को सख्त कदम उठाए हैं। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने खुले में कूड़ा जलाने पर 5,000 रुपये तक जुर्माना लगाने का ऐलान किया है।
प्रदूषण पर ‘जीरो टॉलरेंस’ का संदेश
सीएम रेखा गुप्ता ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए स्पष्ट किया कि दिल्ली में प्रदूषण नियंत्रण को लेकर किसी भी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने इस अभियान में आमजन की सक्रिय सहभागिता का भी अनुरोध किया। मुख्यमंत्री ने लिखा, “प्रदूषण नियंत्रण में किसी भी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं होगी। खुले में कूड़ा जलाने पर 5,000 रुपये तक का जुर्माना लगाया जाएगा।”
दिल्लीवासियों से सहयोग की अपील
सीएम रेखा गुप्ता ने अपने संदेश में आगे कहा, “सभी दिल्लीवासियों से विनम्र अपील है कि प्रदूषण के विरुद्ध इस प्रयास में सरकार का सहयोग करें, नियमों का पालन करें और स्वच्छ व स्वस्थ दिल्ली के निर्माण में अपनी सहभागिता निभाएं।”
मौके पर होगी कार्रवाई
मुख्यमंत्री ने एक 48 सेकेंड का वीडियो भी साझा किया, जिसमें बताया गया कि नियमों के उल्लंघन पर मौके पर ही कार्रवाई की जाएगी। वीडियो संदेश में कहा गया, “दिल्ली सरकार ने प्रदूषण के खिलाफ सख्त अभियान शुरू कर दिया है। हर नागरिक की सेहत सरकार की पहली जिम्मेदारी है। अब खुले में कूड़ा, पत्ते या प्लास्टिक जलाने पर सीधे 5,000 रुपये जुर्माना लगेगा। एमसीडी और जिला प्रशासन मौके पर ही कार्रवाई करेंगे।”
होटल-रेस्टोरेंट में कोयला-लकड़ी के तंदूर प्रतिबंधित
वीडियो में यह भी स्पष्ट किया गया है कि होटल और रेस्टोरेंट में कोयला और लकड़ी से चलने वाले तंदूर पूरी तरह प्रतिबंधित रहेंगे। केवल गैस और बिजली आधारित तंदूर ही चलाए जा सकेंगे। नियमों के उल्लंघन पर जुर्माना लगाने के साथ उपकरण भी जब्त किए जाएंगे।
निर्माण सामग्री के खुले भंडारण पर रोक
दिल्ली सरकार ने सड़कों पर निर्माण सामग्री के खुले भंडारण पर भी सख्त रोक लगा दी है। सरकार का निर्देश साफ है— “कोई ढिलाई नहीं, कोई समझौता नहीं।”
स्वच्छ दिल्ली का आह्वान
सरकार ने अपने संदेश में कहा कि “दिल्ली साथ होगी, तभी दिल्ली साफ होगी।” प्रदूषण के खिलाफ इस अभियान में सरकार और नागरिकों की संयुक्त जिम्मेदारी को रेखांकित किया गया है।




