टीम इंडिया की क्रिकेटर रेणुका ठाकुर पर सुक्खू सरकार का खास ध्यान

शिमला.
भारतीय महिला क्रिकेट टीम के वर्ल्ड कप जीतने के बाद पूरे देश में जश्न का माहौल है. इस जीत में हिमाचल प्रदेश की बेटी रेणुका ठाकुर ने भी अहम भूमिका निभाई है. उनकी इस उपलब्धि पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने उन्हें एक करोड़ रुपए का पुरस्कार देने की घोषणा की है. अहम बात है कि सीएम ने रेणुका से फोन पर भी बातचीत की है.
शिमला में मुख्यमंत्री सुक्खू ने भारतीय महिला टीम को जीत की बधाई देते हुए कहा कि भारत की बेटियों ने दुनिया में देश का नाम रोशन किया है. उन्होंने कहा कि रेणुका ठाकुर जैसी बेटियां प्रदेश के युवाओं के लिए प्रेरणा हैं. मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि भारतीय महिला वर्ल्ड कप टीम में हिमाचल की बेटी का शामिल होना पूरे राज्य के लिए गौरव का विषय है. सीएम ने फोन पर रेणुका से कहा कि जो आपने हिमाचल का नाम रोशन किया और ऐसे में सरकार की तरफ से एक करोड़ रुपये देंगे. सीएम ने बताया कि उन्होंने सेमीफाइनल मैच आधा और फाइनल मैच आधे से अधिक देखा. उन्होंने पहली बार महिलाओं का मैच देखा.
सीएम सुक्खू ने कहा कि रोहड़ू की बेटी रेणुका ठाकुर ने वो सपना पूरा कर दिखाया, जो हर पहाड़ की बेटी देखती है. संघर्षों से जीतकर वर्ल्ड कप विजेता टीम का हिस्सा बनना- ये देश और हिमाचल का गौरव है. रेणुका ने दिखाया कि जुनून और विश्वास से हर मक़ाम हासिल किया जा सकता है।
हार्दिक बधाई रेणुका जी, उनकी माँ और उनके परिवार को और स्वर्गीय पिता जी को नमन- जिनकी प्रेरणा आज पूरे हिमाचल का अभिमान बनी है.
घर पर जश्न
भारतीय टीम के विश्व कप जीतने के बाद रोहड़ू में रेणुका के घर पर जश्न का माहौल है और सोमवार को परिवार की तरफ से गांव के लिए भोज का आयोजन किया गया है. मां ने देवी देवताओं से टीम की जीत की मन्नत मांगी थी, जिसके लिए भी देवी देवताओं के दरबार में परिवार ने हाजरी भरी है. रविवार को मैच से पहले और जीत के बाद सोमवार को रेणुका ने अपने भाई से फोन पर बातचीत की है.
. मां ने देवी देवताओं से टीम की जीत की मन्नत मांगी थी, जिसके लिए भी देवी देवताओं के दरबार में परिवार ने हाजरी भरी है.
रोहड़ू की रहने वाली है रेणुका
गौरतलब है कि रेणुका ठाकुर शिमला के रोहड़ू के पारसा गांव की रहने वाली है. वह भारतीय टीम में तेज गेंदबाज के तौर पर खेलती हैं. रेणुका से पहले हिमाचल की तीन महिलाएं टीम इंडिया के लिए खेल चुकी हैं. इससे पहले शिमला की ही सुषमा वर्मा ने भी विश्व कप में हिस्सा लिया था. रेणुका परिवार में उनकी माता, भाई और भाभी हैं. उनके पिता का निधन 1999 में हो गया था. तब रेणुका महज तीन साल की थी. रेणुका ने रोहड़ू के एक छोटे से ग्राउंड से विश्पकप का सफर तय किया है.




