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डेली वॉक करें और पाएं तनाव-मुक्त व एनर्जेटिक लाइफ

आज के भौतिकवादी युग में स्वचालित वाहनों का बढ़ता चलन लोगों के पैदल चलने की आदत को कम करता जा रहा है।

आज के भौतिकवादी युग में स्वचालित वाहनों का बढ़ता चलन लोगों के पैदल चलने की आदत को कम करता जा रहा है। इसका सीधा असर मानव स्वास्थ्य पर पड़ रहा है—शारीरिक ही नहीं, मानसिक बीमारियों में भी वृद्धि देखी जा रही है। ऐसे समय में, यदि कोई व्यक्ति अपनी सेहत को मजबूत बनाए रखना चाहता है, तो उचित जीवनशैली के साथ नियमित रूप से प्रतिदिन टहलना अत्यंत आवश्यक है।

प्रतिदिन टहलने का आदर्श समय और स्थान

पूर्ण स्वस्थ रहने के लिए प्रतिदिन प्रातःकाल किसी पार्क, मैदान, उद्यान या किसी स्वच्छ स्थान पर कम से कम एक घंटे की सैर की सलाह दी जाती है। पैदल चलना एक ऐसा व्यायाम है, जिसे हर आयु वर्ग का व्यक्ति आसानी से कर सकता है और इसका लाभ उठा सकता है।

टहलने से शरीर को मिलने वाले शारीरिक लाभ

  • टहलने से शरीर की लगभग सभी मांसपेशियां सक्रिय हो जाती हैं, जिससे शरीर में चुस्ती और फुर्ती आती है।
  • पैदल चलते समय शरीर का पूरा भार पैरों पर होता है, जिससे पैर की मांसपेशियों की बेहतर कसरत होती है।
  • इससे पैरों की बनावट सुडौल और मजबूत बनती है।
  • नियमित टहलने से फेफड़ों की क्षमता बढ़ती है और शरीर में ऑक्सीजन का संचार बेहतर होता है।

मानसिक स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव

  • पैदल चलने से मस्तिष्क की कोशिकाओं को अधिक ऑक्सीजन मिलती है, जिससे विचार शक्ति में वृद्धि होती है।
  • व्यक्ति मानसिक तनाव से मुक्त महसूस करता है और स्वयं को अधिक सजग एवं ऊर्जावान पाता है।
  • टहलना केवल शारीरिक व्यायाम ही नहीं, बल्कि अवसाद दूर करने और मन में प्रसन्नता लाने का प्राकृतिक उपाय भी है।

हृदय स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी

विशेषज्ञों का मानना है कि 35 वर्ष की आयु के बाद रक्तवाहिनियां धीरे-धीरे सख्त होने लगती हैं। ऐसे में रक्त को पंप करने में हृदय को अधिक श्रम करना पड़ता है, जिससे उच्च रक्तचाप की स्थिति पैदा हो सकती है।

नियमित पैदल चलना

  • फेफड़ों को बिना दबाव के व्यायाम देता है
  • रक्तवाहिनियों का लचीलापन बनाए रखता है
  • हृदय पर भार कम करता है
  • इसीलिए हृदय रोगियों को डॉक्टर पैदल चलने की सलाह देते हैं, क्योंकि इससे दिल का दौरा पड़ने का खतरा काफी कम होता है।

पाचन और मधुमेह पर सकारात्मक प्रभाव

  • टहलने का अप्रत्यक्ष प्रभाव पाचन क्रिया पर भी पड़ता है। इससे पाचन बेहतर रहता है
  • कब्ज की समस्या दूर होती है
  • मधुमेह (डायबिटीज) के रोगियों के लिए भी पैदल चलना अत्यंत फायदेमंद माना गया है। नियमित टहलने से ब्लड शुगर स्तर नियंत्रित और संतुलित रहता है।

सैर पर निकलते समय ध्यान देने योग्य बातें

टहलने के दौरान आरामदायक और मौसम के अनुसार उचित ढीले कपड़े पहनना चाहिए। इससे शरीर को चलने-फिरने में आसानी होती है और सैर का अनुभव बेहतर बनता है।

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