नेहरू–राजीव की शिकायतों पर प्रियंका का तंज: ‘अब आगे बढ़िए, देश की बात कीजिए’
वंदे मातरम् की 150वीं वर्षगांठ के अवसर पर संसद में चर्चा जारी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में इस बहस की शुरुआत की, जिसके बाद कई सांसदों ने अपने विचार रखे।

वंदे मातरम् की 150वीं वर्षगांठ के अवसर पर संसद में चर्चा जारी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में इस बहस की शुरुआत की, जिसके बाद कई सांसदों ने अपने विचार रखे। इसी क्रम में कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी अपना वक्तव्य दिया और सरकार पर तीखा हमला बोला।
प्रियंका बोलीं—वंदे मातरम् देश की आत्मा है
प्रियंका गांधी ने वंदे मातरम् को देश की आत्मा बताते हुए कहा कि यह गीत राष्ट्र की चेतना और स्वतंत्रता संग्राम की भावना का प्रतीक है। इसके साथ ही उन्होंने सवाल उठाया कि इस बहस के पीछे सरकार की असली मंशा क्या है?
ट्रेजरी बेंच की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार चुनाव सुधारों जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर बहस कराने को तैयार नहीं थी, लेकिन इस मुद्दे पर बहस के लिए तुरंत सहमत हो गई।
पश्चिम बंगाल चुनाव से जोड़ी बहस की टाइमिंग
प्रियंका गांधी ने आरोप लगाया कि इस बहस के पीछे दूसरा बड़ा कारण पश्चिम बंगाल में होने वाले चुनाव हैं। उन्होंने कहा कि सरकार इस चर्चा के जरिए असली स्वतंत्रता सेनानियों की भूमिका से ध्यान हटाना चाहती है। उन्होंने सत्ता पक्ष पर तंज कसते हुए कहा, “आप अतीत में जीते हैं और भविष्य के बारे में सोचने को तैयार नहीं हैं।”
नेहरू पर लगे आरोपों का एक-एक कर दिया जवाब
प्रियंका गांधी ने पंडित जवाहरलाल नेहरू पर लगाए जा रहे आरोपों का सिलसिलेवार जवाब दिया। उन्होंने कहा— “हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 12 साल से देश के प्रधानमंत्री हैं और पंडित नेहरू इससे भी ज्यादा समय तक जेल में रहे। मैं खुद 12 महीने से सांसद हूं।”
उन्होंने आगे कहा कि अगर अपमानों की सूची बनानी है तो बना लीजिए— “एक दिन अध्यक्ष महोदय से समय लेकर हम उसी सूची पर पूरी चर्चा कर लेंगे।”
‘राष्ट्रीय गान भी बड़ी कविता का हिस्सा है’
प्रियंका गांधी ने सरकार पर इतिहास को तोड़-मरोड़ कर पेश करने का आरोप लगाते हुए कहा— “आप राष्ट्रीय गीत को छोटा करने की बात करते हैं, लेकिन राष्ट्रीय गान भी रवींद्रनाथ टैगोर की एक बड़ी कविता का ही हिस्सा है, जिसके बोल भी टैगोर ने स्वयं तय किए थे।”
उन्होंने आरोप लगाया कि सत्ता पक्ष सिर्फ नेहरू ही नहीं, बल्कि अन्य स्वतंत्रता सेनानियों और संविधान सभा के योगदान पर भी सवाल उठा रहा है।
‘नेहरू न होते तो न IIT, न IIM होते’
प्रियंका गांधी ने कहा कि अगर पंडित नेहरू न होते तो आज
- न IIT होते,
- न IIM होते,
और जिन PSU को आज बेचा जा रहा है, उनकी बुनियाद भी नेहरू जी ने ही रखी थी। उन्होंने इस दौरान सरकार की निजीकरण नीति पर भी अप्रत्यक्ष रूप से हमला किया।
PM को दी तीखी सलाह—शिकायतों की लिस्ट बना लीजिए
प्रियंका गांधी ने तंज कसते हुए कहा, “प्रधानमंत्री जी विपक्ष द्वारा उनके कथित अपमान की लिस्ट बनाते रहते हैं। मैं उनसे अनुरोध करती हूं कि नेहरू जी, इंदिरा जी, राजीव जी और ‘परिवारवाद’ पर भी वैसी ही एक पूरी लिस्ट बना लीजिए।”
उन्होंने कहा कि आइए एक दिन उस पर पूरी चर्चा कर लें और इस मुद्दे को हमेशा के लिए खत्म कर दें।
‘अब महंगाई और बेरोजगारी जैसे असली मुद्दों पर आइए’
प्रियंका गांधी ने कहा कि इसके बाद संसद में महंगाई, बेरोजगारी और आम जनता से जुड़े असली मुद्दों पर चर्चा होनी चाहिए।
सत्ता पक्ष पर तीखा हमला करते हुए उन्होंने कहा— “आप सिर्फ चुनाव के लिए हैं, हम देश के लिए हैं।”
‘कांग्रेस संसद में हर हाल में लड़ती रहेगी’
प्रियंका गांधी ने साफ किया कि कांग्रेस चाहे जितने भी चुनाव हार जाए, लेकिन “बीजेपी और इस सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ संसद में बैठकर लगातार लड़ती रहेगी।”




