एक रात, करोड़ों की किस्मत! मौनी अमावस्या पर करें ये चमत्कारी उपाय
मौनी अमावस्या का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। यह माघ महीने में पड़ने वाली अमावस्या होती है, जिसे मौन रहकर स्नान-दान करने के कारण ‘मौनी अमावस्या’ कहा जाता है।

नई दिल्ली. मौनी अमावस्या का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। यह माघ महीने में पड़ने वाली अमावस्या होती है, जिसे मौन रहकर स्नान-दान करने के कारण ‘मौनी अमावस्या’ कहा जाता है। यह तिथि पितरों को समर्पित मानी जाती है। पंचांग के अनुसार, वर्ष 2026 में मौनी अमावस्या 18 जनवरी को मनाई जाएगी। मान्यता है कि इस रात किए गए कुछ विशेष उपाय जीवन के कष्टों से मुक्ति दिलाते हैं।
मौनी अमावस्या की रात करें ये 5 अचूक उपाय
1. पीपल के पेड़ की पूजा और दीपक
अमावस्या की रात पीपल के वृक्ष में देवी-देवताओं और पितरों का वास माना जाता है। सूर्यास्त के बाद पीपल के पेड़ के पास जाकर जल और कच्चा दूध अर्पित करें। इसके बाद सरसों के तेल का नौ मुखी दीपक जलाएं और बिना पीछे मुड़े घर लौट आएं। इससे पितृ दोष समाप्त होता है और धन के नए मार्ग खुलते हैं।
2. तुलसी और माता लक्ष्मी की विशेष पूजा
तुलसी को माता लक्ष्मी का स्वरूप माना जाता है। रात में स्नान कर तुलसी के पौधे के सामने शुद्ध घी का दीपक जलाएं। इसके बाद माता लक्ष्मी की प्रतिमा के सामने श्री सूक्त का पाठ करें। इससे घर में स्थायी लक्ष्मी का वास होता है।
3. काले तिल और अन्न का दान
चूंकि यह तिथि पितरों को समर्पित है, इसलिए काले तिल और अन्न का दान अत्यंत फलदायी माना जाता है। अमावस्या की रात काले तिल और गेहूं या चावल को कपड़े में बांधकर किसी जरूरतमंद को दान करें। इससे शनि का अशुभ प्रभाव कम होता है और धन लाभ के योग बनते हैं।
4. चांदी या तांबे के पात्र में जल रखें
रात में पूजा स्थल या घर के किसी शुद्ध स्थान पर चांदी या तांबे के पात्र में जल भरकर रख दें। अगले दिन इस जल को पूरे घर में छिड़क दें। इससे घर में सुख-शांति और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
5. मछलियों को भोजन कराएं
अमावस्या की रात या अगले दिन सुबह आटे में थोड़ी हल्दी मिलाकर छोटी-छोटी गोलियां बनाएं और नदी या तालाब में जाकर मछलियों को खिलाएं। इससे शनि, राहु और केतु के अशुभ प्रभाव से मुक्ति मिलती है और भाग्य का साथ मिलता है।




