नोएडा पुलिस की बड़ी कार्रवाई—हजारों बेरोजगारों को ठगने वाला ठग सरगना पकड़ा गया
मल्टीनेशनल कंपनियों में नौकरी दिलाने का झांसा देकर बेरोजगार युवक-युवतियों से ठगी करने वाले एक फर्जी कॉल सेंटर का थाना साइबर क्राइम और थाना फेस-1 पुलिस ने संयुक्त रूप से भंडाफोड़ किया है।

नोएडा. मल्टीनेशनल कंपनियों में नौकरी दिलाने का झांसा देकर बेरोजगार युवक-युवतियों से ठगी करने वाले एक फर्जी कॉल सेंटर का थाना साइबर क्राइम और थाना फेस-1 पुलिस ने संयुक्त रूप से भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने कार्रवाई के दौरान इस गिरोह के मास्टरमाइंड को गिरफ्तार कर बड़ी मात्रा में डिजिटल उपकरण एवं दस्तावेज बरामद किए।
छापेमारी में लैपटॉप, मोबाइल, डेबिट कार्ड, सिम और कॉलिंग डेटा बरामद
पुलिस ने आरोपी के पास से—
- 1 लैपटॉप
- 3 चेकबुक
- 3 पासबुक
- 19 डेबिट कार्ड
- 29 सिम कार्ड
- 30 मोबाइल फोन
- 172 वर्क कॉलिंग डेटा
बरामद किया है, जो अपराध के बड़े नेटवर्क का संकेत देते हैं।
सेक्टर-2 से मास्टरमाइंड विशाल कुमार गिरफ्तार
डीसीपी नोएडा यमुना प्रसाद ने बताया कि संयुक्त टीम ने लोकल इंटेलिजेंस और बीट पुलिसिंग की मदद से विशाल कुमार (पुत्र उमेश कुमार) को सेक्टर-2 नोएडा से गिरफ्तार किया। यह गिरोह फर्जी—
- मेल आईडी,
- कॉल लेटर,
- अपॉइंटमेंट बॉन्ड बनाकर नौकरी का लालच देता था और पीड़ितों से कमीशन व प्रोसेसिंग के नाम पर पैसे ऐंठता था।
4,000 से 25,000 रुपए तक की ठगी, कंपनियों के नाम पर फर्जी ईमेल आईडी बनाकर भेजते थे ऑफर लेटर
पूछताछ में आरोपी ने कबूल किया कि कॉल सेंटर के माध्यम से बेरोजगार युवाओं को फोन कर मल्टीनेशनल कंपनी में नौकरी दिलाने का झांसा दिया जाता था। इसके लिए— रजिस्ट्रेशन के नाम पर 4,000 से 25,000 रुपए तक वसूले जाते थे।
- फर्जी ईमेल आईडी बनाकर ऑफर लेटर भेजे जाते थे।
- प्लेसमेंट फीस के नाम पर रकम विभिन्न फर्जी बैंक खातों में जमा कराई जाती थी।
- आरोपी ने बताया कि वह 10 से अधिक फर्जी बैंक खातों के माध्यम से लेनदेन करता था।
सभी फर्जी बैंक खाते फ्रीज, पुलिस कर रही है आगे की जांच
- पुलिस ने आरोपी द्वारा इस्तेमाल किए गए सभी बैंक खातों को फ्रीज करा दिया है।
- गिरोह से जुड़े अन्य लोगों और संभावित पीड़ितों की पहचान की जा रही है।
- पुलिस ने बेरोजगार युवाओं को सावधान रहने और इस तरह के कॉल/ईमेल से बचने की अपील की है।



