विकास की रफ्तार 8%: पीएम मोदी बोले— नवाचार-संचालित नीतियों का असर
भारत–जॉर्डन बिजनेस फोरम में पीएम मोदी बोले—भारत तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर। फार्मा, रिन्यूएबल एनर्जी, ईवी, टूरिज्म और फिल्म सेक्टर में निवेश के बड़े अवसर।
अम्मान/नई दिल्ली. भारत–जॉर्डन बिजनेस फोरम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने बताया कि देश की विकास दर 8 प्रतिशत से अधिक है, जो उत्पादकता-आधारित शासन और इनोवेशन संचालित नीतियों का परिणाम है।
जॉर्डन के निवेशकों के लिए भारत में नए अवसर
प्रधानमंत्री ने कहा कि मौजूदा समय में भारत में जॉर्डन के निवेशकों के लिए अवसरों के नए द्वार खुले हैं। यहां निवेश कर वे अच्छा रिटर्न हासिल कर सकते हैं। भारत का मजबूत बाजार, सुधारोन्मुख नीतियां और स्थिर कारोबारी माहौल विदेशी निवेशकों को आकर्षित कर रहा है।
फार्मा और मेडिकल उपकरण क्षेत्र में अपार संभावनाएं
पीएम मोदी ने कहा कि भारत और जॉर्डन के बीच फार्मास्यूटिकल्स और मेडिकल डिवाइसेज के क्षेत्र में व्यापक संभावनाएं हैं। आज हेल्थकेयर सिर्फ एक सेक्टर नहीं, बल्कि रणनीतिक प्राथमिकता बन चुका है।
उन्होंने कहा कि यदि भारतीय कंपनियां जॉर्डन में दवाओं और मेडिकल उपकरणों का निर्माण करती हैं, तो इससे जॉर्डन के नागरिकों को लाभ मिलेगा और देश अफ्रीका व पश्चिम एशिया के लिए एक भरोसेमंद हेल्थकेयर हब के रूप में उभर सकता है।
ग्रीन ग्रोथ और रिन्यूएबल एनर्जी पर जोर
रिन्यूएबल एनर्जी में भारत की प्रगति का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आज की दुनिया ग्रीन ग्रोथ के बिना आगे नहीं बढ़ सकती। क्लीन एनर्जी अब विकल्प नहीं, बल्कि आवश्यकता बन चुकी है।
उन्होंने कहा कि भारत सोलर, विंड, ग्रीन हाइड्रोजन और एनर्जी स्टोरेज में एक बड़े निवेशक के रूप में उभर रहा है। जॉर्डन के पास भी इस क्षेत्र में विशाल संभावनाएं हैं, जिन्हें दोनों देश मिलकर अनलॉक कर सकते हैं।
ऑटोमोबाइल और ईवी सेक्टर में सहयोग की संभावना
पीएम मोदी ने कहा कि ऑटोमोबाइल और इलेक्ट्रिक व्हीकल (ईवी) सेक्टर में भी भारत और जॉर्डन के बीच सहयोग की व्यापक संभावनाएं हैं। भारत किफायती ईवी, दोपहिया और सीएनजी मोबिलिटी में दुनिया के अग्रणी देशों में शामिल है। उन्होंने दोनों देशों से इस क्षेत्र में मिलकर अधिक काम करने का आह्वान किया।
कल्चर, हेरिटेज और टूरिज्म में साझेदारी
दोनों देशों की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत और जॉर्डन अपने कल्चर और हेरिटेज पर गर्व करते हैं। कल्चर और हेरिटेज टूरिज्म में दोनों देशों के लिए बड़े अवसर हैं।
उन्होंने सुझाव दिया कि भारतीय फिल्मों की शूटिंग जॉर्डन में की जा सकती है, संयुक्त फिल्म फेस्टिवल आयोजित किए जा सकते हैं और इसके लिए जरूरी प्रोत्साहन दिए जाने चाहिए।




