छत्तीसगढ़
बस्तर ओलंपिक 2025: एथलेटिक्स में दंतेवाड़ा की ऐतिहासिक उपलब्धि, 4 गोल्ड के साथ शीर्ष प्रदर्शन
बस्तर संभाग स्तरीय बस्तर ओलंपिक 2025 में दंतेवाड़ा जिले के खिलाड़ियों ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए कई विधाओं में पदक अपने नाम किए।

बस्तर. बस्तर संभाग स्तरीय बस्तर ओलंपिक 2025 में दंतेवाड़ा जिले के खिलाड़ियों ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए कई विधाओं में पदक अपने नाम किए। एथलेटिक्स की 400 मीटर दौड़ में दंतेवाड़ा की प्रतिभावान धाविका रानू भोगामी ने उत्कृष्ट तकनीक, संतुलित गति और कड़ी मेहनत के दम पर स्वर्ण पदक (प्रथम स्थान) हासिल किया। रानू भोगामी एकलव्य खेल परिसर, जावंगा (गीदम) की प्रशिक्षित एथलीट हैं और पूरे मुकाबले में उन्होंने शानदार संयम और प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त बनाए रखी।
दंतेवाड़ा से 370 खिलाड़ियों ने लिया हिस्सा
- 184 महिला और 186 पुरुष खिलाड़ी शामिल
- इस बार दंतेवाड़ा जिले से कुल 370 प्रतिभागियों ने संभाग स्तरीय प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया, जिनमें 184 महिला और 186 पुरुष खिलाड़ी रहे। खिलाड़ियों की यह बड़ी सहभागिता जिले में मजबूत खेल संरचना और बढ़ती खेल भावना को दर्शाती है।
विभिन्न खेल विधाओं में शानदार उपलब्धियाँ
- वॉलीबॉल, कबड्डी, हॉकी, बैडमिंटन और एथलेटिक्स में पदकों की बरसात
- दंतेवाड़ा के खिलाड़ियों ने कई खेलों में उल्लेखनीय सफलता दर्ज की:
टीम और व्यक्तिगत प्रतियोगिताएँ
- रस्साकसी – तृतीय स्थान
- महिला सीनियर वॉलीबॉल – प्रथम स्थान
- महिला सीनियर कबड्डी – द्वितीय स्थान
- जूनियर महिला हॉकी – तृतीय स्थान
बैडमिंटन
- जूनियर महिला डबल – प्रथम स्थान
- जूनियर पुरुष एकल – द्वितीय स्थान
- सीनियर पुरुष एकल – द्वितीय स्थान
एथलेटिक्स फेंक स्पर्धाएँ
- पांडु राम – भाला फेंक, प्रथम स्थान
- अनुसूर्या – फेंक स्पर्धा, प्रथम स्थान
इन उपलब्धियों से स्पष्ट है कि दंतेवाड़ा जिले के युवा विभिन्न खेल विधाओं में निरंतर उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहे हैं और उच्च स्तरीय प्रतियोगिताओं में अपनी क्षमता का सफलतापूर्वक प्रदर्शन कर रहे हैं।
प्रशासन और प्रशिक्षकों ने दी बधाई
- स्थानीय प्रतिभाओं को मंच देने में अग्रसर है दंतेवाड़ा
- जिला प्रशासन, खेल एवं युवा कल्याण विभाग और प्रशिक्षकों ने सभी विजेताओं एवं प्रतिभागियों को बधाई दी तथा उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएँ दीं।
- बस्तर ओलंपिक का उद्देश्य स्थानीय प्रतिभाओं को मंच प्रदान करना और खेल के माध्यम से युवाओं के सर्वांगीण विकास को बढ़ावा देना है—जिसमें दंतेवाड़ा जिला लगातार अग्रसर है।




